Best Judai Message in Hindi
हम तो बिछडे थे तुमको
अपना अहसास दिलाने के लिए,
मगर तुमने तो मेरे बिना,
न कोई किसी से दूर होता है,
न कोई किसी के करीब होता है,
प्यार खुद चल कर आता है,
जब कोई किसीका नसीब होता है…
कभी कभी बहुत सताता है
यही सवाल मुझे,
हम मिले ही क्यों थे..
जब हमें मिलना ही नहीं था…
दर्दे मोहब्बत दर्दे जुदाई शायरी
मोहब्बत मेरी भी बहुत असर करती है,
याद आएंगे बहुत,
तेरी जुदाई भी हमें प्यार करती है,
तेरी याद बहुत बेकरार करती है,
वह दिन जो तेरे साथ गुज़ारे थे,
नज़रें तलाश उनको बार-बार करती हैं.
सब के होते हुए भी तन्हाई मिलती है,
यादों में भी गम की परछाई मिलती है,
जितनी भी दुआ करते हैं किसी को पाने की,
उतनी ही ज्यादा जुदाई मिलती है।
आपकी आहट दिल को बेकरार करती है,
नज़र तलाश आपको बार-बार करती है,
गिला नहीं जो हम हैं इतने दूर आपसे,
हमारी तो जुदाई भी आपसे प्यार करती है।
Hindi Judai Shayari
दिल से निकली ही नहीं शाम जुदाई वाली,
तुम तो कहते थे बुरा वक़्त गुज़र जाता है।
जुदा हुए हैं बहुत से लोग एक तुम भी सही,
अब इतनी सी बात पे क्या जिंदगी हैरान करें।
जिसकी आँखों में कटी थी सदियाँ,
उसने सदियों की जुदाई दी है।
मैं समझा था कि लौट आते हैं जाने वाले,
तू ने जाकर तो जुदाई मेरी क़िस्मत कर दी।
Latest Judai Shayari In Hindi
लम्हा लम्हा तन्हाई काटती है मुझको,
तो कभी आँखे भर आती है,
जाने वाला तो चल गया छोड़ मुझको
पर जुदाई उसकी आज भी मुझे तडपाती है
तू क्या जाने क्या है तन्हाई,
इस टूटे हुए दिल से पूछ क्या है जुदाई,
बेवफाई का इल्ज़ाम न दे ज़ालिम,
इस वक़्त से पूछ किस वक़्त तेरी याद नहीं आती
कोई वादा नहीं फिर भी तेरा इंतज़ार है,
जुदाई के बाद भी तुमसे प्यार है,
तेरे चेहरे की उदासी बता रही है,
मुझसे मिलने के लिये तू भी बेकरार है…!
तुझे चाहा तो बहुत इजहार न कर सके
कट गई उम्र किसी से प्यार न कर सके
तूने माँगा भी तो अपनी जुदाई माँगी
और हम थे कि तुझे इंकार न कर सके
हर एक बात पर वक़्त का तकाजा हुआ
हर एक याद पर दिल का दर्द ताजा हुआ
सुना करते थे ग़ज़लों में जुदाई की बातें
खुद पे बीती तो हकीकत का अंदाजा हुआ
न कोई किसी से दूर होता है,
न कोई किसी के करीब होता है,
प्यार खुद चल कर आता है,
जब कोई किसीका नसीब होता है…
कोई वादा नहीं फिर भी तेरा इंतज़ार है,
जुदाई के बाद भी तुमसे प्यार है,
तेरे चेहरे की उदासी बता रही है,
मुझसे मिलने के लिये तू भी बेकरार है
कट रही है जिंदगी,
रोते हुए..
और वो भी तुम्हारे,
होते हुए…
मुझे इतना याद आकर,
बैचेन ना करो तुम..
एक यही सितम काफी है कि,
साथ नही हो तुम…
जब वादा किया है तो निभाएंगे;
सूरज किरण बन कर छत पर आएंगे;
हम हैं तो जुदाई का ग़म कैसा;
तेरी हर सुबह को फूलों से सजाएंगे
हो जुदाई का सबब कुछ भी मगर,
हम उसे अपनी खता कहते हैं,
वो तो साँसों में बसी है मेरे,
जाने क्यों लोग मुझसे जुदा कहते हैं
इश्क मुहब्बत तो सब करते हैं!
गम-ऐ-जुदाई से सब डरते हैं
हम तो न इश्क करते हैं न मुहब्बत!
हम तो बस आपकी एक मुस्कुराहट पाने के लिए तरसते हैं
वफ़ा की ज़ंज़ीर से डर लगता है,
कुछ अपनी तक़दीर से डर लगता है,
जो मुझे तुझसे जुदा करती है,
हाथ की उस लकीर से डर लगता है।
अकेला महसूस करो जब तन्हाई में,
याद मेरी आये जब जुदाई में,
मैं तुम्हारे पास हूँ हर पल,
जब चाहे देख लेना अपनी परछाई में।
जुदा हो कर भी जी रहे हैं मुद्दत से,
कभी कहते थे दोनों कि जुदाई मार डालेगी।
कट ही गई जुदाई भी कब ये हुआ कि मर गए,
तेरे भी दिन गुजर गए मेरे भी दिन गुजर गए।
दिल को मेरे ये एहसास भी नहीं है,
कि अब मेरा मेरा यार मेरे पास नहीं है,
उसकी जुदाई ने वो ज़ख्म दिया हमें,
जिंदा भी न रहे और लाश भी नहीं है।
किसी से जुदा होना इतना आसान होता तो,
जिस्म से रूह को लेने फ़रिश्ते नहीं आते।
बेवफा वक़्त था?
तुम थे?
या मुकद्दर था मेरा?
बात इतनी ही है कि
अंजाम जुदाई निकला।
आओ किसी शब मुझे टूट के बिखरता देखो,
मेरी रगों में ज़हर जुदाई का उतरता देखो,
किस किस अदा से तुझे माँगा है खुदा से,
Judai Love Quotes In Hindi
हर मुलाक़ात पर वक़्त का तकाज़ा हुआ,
हर याद पर दिल का दर्द ताज़ा हुआ,
सुनी थी सिर्फ लोगों से जुदाई की बातें,
खुद पर बीती तो हक़ीक़त का अंदाज़ा हुआ।
सब के होते हुए भी तन्हाई मिलती है,
यादों में भी गम की परछाई मिलती है,
जितनी भी दुआ करते हैं किसी को पाने की,
जुदाई शायरी हिन्दी मे
ज़माना बन जाए कागज़ का,
और समंदर हो जाए स्याही का,
फिर भी कलम लिख नहीं सकती,
दर्द तेरी जुदाई का।
वफ़ा की ज़ंज़ीर से डर लगता है,
कुछ अपनी तक़दीर से डर लगता है,
जो मुझे तुझसे जुदा करती है,
हाथ की उस लकीर से डर लगता है।
दिल को धड़कने भी अब पहले सी धड़कती नहीं
साँसे भी अब तेरी जुदाई बर्दाश्त कर सकती नहीं
ना मेरी नीयत बुरी थी… ना उसमे कोई बुराई थी…
सब मुक़द्दर का खेल था… बस किस्मत में जुदाई थी…
ये अकेलेपन का अहसास इस कदर दर्द भरा सा है
तन्हाई है, जुदाई है, अश्क है, सब्र अब जुदा सा है…
बेवफा वक़्त था, तुम थे या मुकद्दर था मेरा, बात इतनी ही है की अंजाम जुदाई निकला।
Judai Quotes
जब वादा किया है तो निभाएंगे;
सूरज किरण बन कर छत पर आएंगे;
हम हैं तो जुदाई का ग़म कैसा;
तेरी जुदाई भी हमें प्यार करती है,
तेरी याद बहुत बेकरार करती है,
वह दिन जो तेरे साथ गुज़ारे थे,
नज़रें तलाश उनको बार-बार करती हैं.
वो मुझसे दूर रहकर खुश है,
और मैं,
उसे खुश देखने के लिए दूर हूँ…
खुदा किसी को किसी पर फ़िदा ना करे,
करे तो क़यामत तक जुदा ना करे,
यह माना की कोई मरता नहीं जुदाई में,
लेकिन जी भी तो नहीं पाता तन्हाई में..!
कभी करते है जिंदगी की तमन्ना,
कभी मौत का इंतजार करते है,
वह लोग हमसे क्यों दूर रहते है,
जिन्हें हम जिंदगी से भी ज्यादा प्यार करते है…
आँखों से नही जाती अब तो सूरत तेरी,
ना जाती है दिल से ये मोहब्बत तेरी,
तेरे जाने के बाद होता है महसूस ये,
अब तो जरुरत है पहले से ज्यादा तेरी…
जुदा होकर भी जुदाई नहीं होती इश्क
उम्र कैद है प्यारे इसमें रिहाई नहीं होती
जिन्दगी आप बिन ऊलझन सी लगती है..
एक पल की जुदाई मुदत सी लगती है..
पहले तो ऐहसास था पर अब यकीन है..
हर लम्हा आपकी जरूरत सी लगती है..
किसी को मोहब्बत में जुदाई न मिले
किसी को मोहब्बत में जुदाई न मिले
और जो पोस्ट को लाइक ना करे
उसे कड़कड़ाती ठंड में रजाई ना मिले
बेवफा वक़्त था.तुम थे.या मुकद्दर था मेरा
बात इतनी ही है की अंजाम जुदाई निकला
आपकी जुदाई भी हमें प्यार करती हैं
आपकी याद बहुत बेकरार करती हैं
जाते जाते कहीं भी मुलाकात हो जाये आप से
तलाश आपको ये नज़र बार बार करती हैं
किसी लिबास की ख़ुशबू जब उड़ के आती है
तेरे बदन की जुदाई बहुत सताती है
तेरे बगैर मुझे चैन कैसे पड़ता है
मेरे बगैर तुझे नींद कैसे आती है
उनकी तस्वीर को सीने से लगा लेते है,
इस तरह जुदाई का गम उठा लेते है,
किसी तरह ज़िक्र हो जाए उनका,
तो हंस कर भीगी पलके झुका लेते है।
तमन्ना इश्क तो हम भी रखते हैं,
हम ही किसी के दिल में धड़कते हैं,
मिलना चाहते तो बहुत हैं हम आपसे,
पर मिलने के बाद जुदाई से डरते हैं।
अंगड़ाई पर अंगड़ाई लेती है रात जुदाई की,
तुम क्या समझो तुम क्या जानो बात मेरी तन्हाई की।
अकेला महसूस करो जब तन्हाई में,
याद मेरी आये जब जुदाई में,
मैं तुम्हारे पास हूँ हर पल,
जब चाहे देख लेना अपनी परछाई में।
आँखों से नही जाती अब तो सूरत तेरी,
ना जाती है दिल से ये मोहब्बत तेरी,
तेरे जाने के बाद होता है महसूस ये,
अब तो जरुरत है पहले से ज्यादा तेरी…
महफिल बनी रही युही तुम्हारी,
चाहे बिखर जाये ये जिंदगी हमारी,
दिवानगी इस कदर बढ़ गयी है,
के सह ना पाये एक पल जुदाई तुम्हारी…
हमने मांगा था साथ उनका,
वो जुदाई का गम दे गये,
हम उनकी यादों के सहारे जी लेते,
पर वो भूल जाने की कसम दे गये…
अगर जिंदगी मे जुदाई ना होती,
तो कभी किसी की याद आयी ना होती,
साथ ही गुजरता हर लम्हा तो,
शायद रिश्तों मे ये गहराई ना होती…
हमें मालूम है दो दिल जुदाई सह नहीं सकते
मगर रस्मे-वफ़ा ये है कि ये भी कह नहीं सकते
जरा कुछ देर तुम उन साहिलों कि चीख सुन भर लो
जो लहरों में तो डूबे हैं, मगर संग बह नहीं सकते
जुदाई सहने का अंदाज कोई मुझसे सीखे
रोते है मगर आँखों में आँसूं नहीं होते
जुदाई शायरी इमेजेज
कितना भी चाहो ना भूल पाओगे हमे,
जितनी दूर जाओगे नजदीक पाओगे हमे,
मिटा सकते हो तो मिटा दो यादे हमारी,
मगर क्या साँसों से जुदा कर पाओगे हमे…
जिंदगी मोहताज नहीं मंज़िलों की
वक्त हर मंजिल दिखा देता है;
मरता नहीं कोई किसी की जुदाई
में वक्त सबको जीना सिखा देता है
मुमकिन फैसलों में एक हिज्र का फैसला भी था,
हम ने तो एक बात की उसने कमाल कर दिया
जिसकी आँखों में काटी थी सदियाँ,
उसने सदियों की जुदाई दी है।
आप को पा कर अब खोना नहीं चाहते,
इतना खुश हैं कि अब रोना नहीं चाहते,
ये आलम है हमारा आप की जुदाई में,
आँखों में नींद है और सोना नहीं चाहते।
वो जिस्म और जान जुदा हो गए आज,
वो मेहेंदी के रंग में खो गए आज,
हमने चाहा जिन्हें सिद्दत से,
वो उम्र भर को किसी और के हो गए आज।
उनकी तस्वीर को सीने से लगा लेते है,
इस तरह जुदाई का गम उठा लेते है,
किसी तरह ज़िक्र हो जाए उनका,
तो हंस कर भीगी पलके झुका लेते है।
तमाम उमर जिंदगी से दूर रहे,
तेरी खुशी के लिए अपनी खुशी से दूर रहे,
अब इस से बढकर वफा की सजा क्या होगी,
की तेरे होकर भी तुझसे दूर रहे…
कोई वादा नहीं फिर भी प्यार है,
जुदाई के बावजूद भी तुझपे अधिकार है.
तेरे चेहरे की उदासी दे रही है गवाही,
मुझसे मिलने को तू भी बेक़रार है
हो जुदाई का शब़ब कुछ भी..!
उसे हम अपनी "ख़ता" कहते हैं..!!
वो तो ढली है "साहिल" के सांसो मे..!
जाने क्यु लोग उसे मुझसे ज़ुदा कहते हैं.
तेरे होते हुए भी तन्हाई मिली है,
वफ़ा करके भी देखो बेवफाई मिली है,
जितनी दुआ की तुम्हें पाने की मैंने,
उससे ज्यादा तेरी जुदाई मिली है।
हो जुदाई का सबब कुछ भी मगर,
उसे हम अपनी खता कहते हैं,
वो तो साँसों में बसी है मेरे,
जाने क्यों लोग मुझसे जुदा कहते है
इंसान कहाँ मरता है औरों का मारा हुआ,
इंसान को खुद उसकी तन्हाई मार देती है,
यूँ तो जी भी सकता है यह यार की जुदाई में,
मगर इसको तो यहाँ जग हँसाई मार देती है।
आओ किसी शब मुझे टूट के बिखरता देखो,
मेरी रगों में ज़हर जुदाई का उतरता देखो,
किन किन अदाओं से तुम्हें माँगा है खुदा से,
आओ कभी मुझे सजदों में सिसकता देखो।
जिगर है छलनी-छलनी… आँखें लहू-लहू हैं,
तेरी जुदाई ने मुझे इस कदर तबाह कर दिया।
तेरे जाने के बाद सनम मेरे,
सोचता हूँ के कैसे जिऊंगा मैं,
तुझसे किया है इसी लिए वादा,
ये जुदाई का ज़हर भी पिऊंगा मैं।
इतना बेताब न हो मुझसे बिछड़ने के लिए,
तुझे आँखों से नहीं मेरे दिल से जुदा होना है