Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी

Pyar me Dukh ki Shayari

ना उससे कभी मिला हु
ना वो मुझे जानती है
लेकिन उसकी एक फोटो देख कर
हद से ज्यादा एक तरफा प्यार हो गया है।


दोष उनका नहीं हमारा था
क्यूंकि मोहब्बत हमे उनसे हुई
ना की उन्हें हमसे।
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


दुःख इस बात का नहीं,
कि तुम मेरी ना हुई। 
दुःख इस बात का है ,
तुम यादों से ना गयी
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


तुम्हारी याद में अजीब-सी हालत हो गयी है मेरी ,
रोये बिना सही भी नहीं हु
और रोने के बाद भी सही नही हु
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


ज़िन्दगी एक फूल है तो मोहब्बत उसकी खुशबू 
प्यार एक दरिया है तो महबूब उसका साहिल 
अगर ज़िन्दगी एक दर्द है तो दोस्त उसकी दवा
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


बहुत हसरत रही है की तेरे साथ चलें हम..
बस तेरी और से ही कभी इशारा ना हुआ
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


ख़ामोशी को इख़्तियार कर लेना,
अपने दिल को थोड़ा बेक़रार कर लेना,
ज़िन्दगी का असली दर्द लेना हो तो,
बस किसी से बेपनाह प्यार कर लेना।
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


हर वक़्त तेरे आने की आस रहती है!
हर पल तुझसे मिलने की प्यास रहती है!
सब कुछ है यहाँ बस तू नही!
इसलिए शायद ये जिंदगी उदास रहती है।
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


जब यकीन टूट जाये तो हर रिश्ता बेमानी सा लगता है !
और जब उम्मीद छूट जाये तो जीना बेकार सा लगता है
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


मेरी ज़िन्दगी का मकसद पूछते है लोग .......
सुनो बेवजह भी जीते हैं हम जैसे लोग
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


मौहब्बत हो भी जाए तो कभी इज़हार मत करना !!
ये दुनियां सच्चे जज़्बातों की बड़ी तौहीन करती है ।
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


खुदा ने जानबुझ के नहीं लिखा उसे मेरी किस्मत में….
के सारे जहाँ की खुशियाँ एक ही शख्स को कैसे दे दू
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


किस हक से मांगू अपने हिस्से का वक़्त आपसे..?
क्योंकी ना आप मेरे..और..ना ही वक़्त मेरा
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


कहाँ कोई मिला ऐसा जिस पर दिल लुटा देते,
हर एक ने धोखा दिया किस किस को भुला देते,
अपने दर्द को अपने दिल ही में दबाये रखा,
अगर बयां करते तो महफिलों को रुला देते।
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


हो चुके अब तुम किसी के;
कभी मेरी ज़िंदगी थे तुम;
भूलता है कौन मोहब्बत पहली;
मेरी तो सारी ख़ुशी थे तुम
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


तुमसे तो मुलाक़ात सिर्फ छोटी थी
पर ना जाने तुम्हारी यादों से
इतना लम्बा रिश्ता क्यू बन गया
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


कुछ लोग तो 
मस्ती में रहते है.
सुख हो या दुःख,
बस हँसते रहते है
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


वक़्त की रफ़्तार रुक गई होती;
शर्म से आँखे झुक गई होती;
अगर वो जानती शमा परवाने का;
तो मरने से पहले मेरी हो गई होती
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zindagi shayari in hindi

कुछ रिश्ते
किराए के घर जैसे होते है,
कितना भी दिल से सजा लो,
कभी अपने नहीं होते है..
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


दुखों का कहर टूट पड़ा
जब तेरा साथ छूट पड़ा
नाज़ है मुझे उन लोगो पर
जो दुःख सहते तो बहुत है
मगर जताते ज़रा भी नहीं
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


खास कही से थोड़ी खुशियां
उधार मिल जाए ,
ताकि कुछ दिनों का हमारा
गुज़ारा हो जाए।
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


ऐ ज़िन्दगी मुझे कुछ मुश्कुराहते उधार दे दे !
अपने आ रहे है मिलने की रश्म निभानी है
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


खूबसूरत सा एक पल किस्सा बन जाता है !
जाने कब कौन ज़िंदगी का हिस्सा बन जाता है !
कुछ लोग ज़िंदगी में मिलते हैं ऐसे !
जिनसे कभी ना टूटने वाला रिश्ता बन जाता है
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


मैं अक्सर रात में यूं ही सङक पर निकल आता हूँ ,
यह सोचकर कि
कहीं चांद को तन्हाई का अहसास न हो
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


जब फुरसत मिले चाँद से
मेरे दर्द की कहानी पूछ लेना,
सिर्फ एक वो ही है मेरा हमदर्द
तुम्हारे जाने के बाद।
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


मन ही मन मैने उसे अपना बना लिया
लेकिन बाद में पता चला मेरी किस्मत में वो नही थी
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


पहली नजर में उससे प्यार हो गया
लेकिन हमे क्या पता वो पहले से ही
किसी और की थी💔
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


तुम अगर मेरी नही हुई तो 
किसी और का भी नहीं होने दूंगा
कसम है जिस दिन तू किसी और की हुई
वो मेरी आखरी दिन होगी।
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


zindagi shayari in hindi

जिंदिगी में उन लोगो को कभी नहीं भूलना चाहिए
जिसने तकलीफ़ दी है
और जिसने तकलीफ़ में साथ दिया
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


दुःख आने भी ज़रूरी है, तभी इनसे ज़िन्दगी पूरी है. खाली ख़ुशी इंसान को  मजबूत नहीं बनाती, 
ज़िंदगी के दोनों पहलु से  रूबरू  नहीं कराती।
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


तुम्हारी नाराज़गी से ज्यादा
तुम्हारी ख़ामोशी
मुझे दुःख देती है 
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


जितनी तमीज से
लोगों ने मुझे उठाया था
उससे कहीं ज़्यादा बदसुलूकी से
उन्होंने मुझे गिरा दिया।
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


जी भर के रोते है तो करार मिलता है 
इस जहाँ में कहा सबको प्यार मिलता है 
ज़िन्दगी गुज़र जाती है इम्तिहान के दौर में
एक ज़ख्म भरता है तो दूसरा तैयार मिलता है !!
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


इस ज़िन्दगी की ज़िद तो देखो…..
उनको भुलाने के लिए भी..उनको याद करना पड़ता है…की हम उन्हें भूलना चाहते है
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


न लफ़्ज़ों से लहू बहता है
न किताबें बोल पाती हैं,
मेरे दर्द के दो ही गवाह थे
दोनों ही बेजुबान निकले।
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


ना ये महफिल अजीब है, ना ये मंजर अजीब है;
जो उसने चलाया वो खंजर अजीब है;
ना डूबने देता है, ना उबरने देता है;
उसकी आँखों का वो समंदर अजीब है।
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


एक आसान सी सलाह जिंदिगी की ए दोस्त
सह लो तो सुखी, कह दो तो दुखी
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


हर किसी को खुश रखना शायद
हमारे बस में ना हो पर
किसी को हमारी  दुःख
ना पहुंचे यह तो हमारे बस में है
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


दुःख तो ज़िन्दगी में आने है,
इन्ही से ज़िन्दगी के फ़साने है.
जो छोड़ देते भाग्य पर सब कुछ,
कुछ ना करने के उनके बहाने है
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


खास कही से थोड़ी खुशियां
उधार मिल जाए ,
ताकि कुछ दिनों का हमारा
गुज़ारा हो जाए।
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


ज़िंदगी मे ऐसे मोड़ आते है !
सावन के बाद पतझड़ आते है 
आँसुओं के सागर मे मोती मिलते है 
जो ढूँढ ले वो ज़िंदगी जी लेते है।
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


कुछ लोग भी अजीब है,
पहले दुःख देते है 
और फिर पूछते है !! 
कि तुम्हे दुःख क्या है।
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


लोग कहते हैं दुःख बुरा होता है !
जब भी आता है रुलाता है !
मगर हम कहते हैं दुःख अच्छा होता है !
जब भी आता है कुछ सिखाता है !
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


कोई मुझसे पूछता है जब मेरी जिंदगी की कीमत
मुझे याद आ जाता है तेरा वो हल्का सा मुस्कराना
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


कैसे कहें कि ज़िंदगी क्या देती है; 
हर कदम पे ये दगा देती है; 
जिनकी जान से भी ज्यादा कीमत हो दिल में; 
उन्ही से दूर रहने की सज़ा देती है।
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


तुम जिंदगी से जीते नही पर लड़े तो थे !
ये बात कम नही की तुम जिद्द पर अड़े तो थे !
ये गम रहेगा हम को बचा ना सके तुम्हें !
वरना हमे बचाने वहां तुम खड़े तो थे
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


जो जितना दूर होता है नज़रो से
उतना ही वो दिल के पास होता है !
मुस्किल से भी जिसकी एक ज़लक देखने को ना मिले !
वही ज़िंदगी मे सबसे ख़ास होता है
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी


तेरी याद से शुरू होती है मेरी हर सुबह !
फिर ये कैसे कह दूँ.. कि मेरा दिन खराब है
Pyar me Dukh ki Shayari दुख पर शायरी

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