Chaand Shayari Hindi Ek Raat Chaandni

दोस्तो इस पोस्ट में मैने आपके लिए Chaand Shayari Hindi में प्रस्तुत किया है। आशा करता हु आपको यह चांद शायरी हिंदी में जरूर पसंद आयेगी।

Chaand Shayari Hindi, Ek Raat Chaandni

Chaand Shayari Hindi Ek Raat Chaandni


रुसवाई का डर है या अंधेरों से मुहब्बत खुदा जाने, अब मैं चाँद को अपने आँगन में उतरने नहीं देता।


रात के अँधेरे में चाँद की खूबसूरती तो देखो, ऐसे लगता है मानो कोई परी सूनसान राहो में खड़ी है, दिल जलता है उसे तन्हाई में भी चमकता देख कर यहाँ बिन महबूब के एक रात ना कटी है।


मुहब्बत में झुकना कोई अजीब बात नहीं, चमकता सूरज भी तो ढल जाता है चाँद के लिए।


Ek Raat Chaandni Mere Bistar Pe Aayi Thi,
Maine Taraash Kar Tera Chehra Banaa Diya.

इक रात चाँदनी मेरे बिस्तर पे आई थी,
मैंने तराश कर तेरा चेहरा बना दिया।


मेरी और चाँद की किस्मत मिलती जुलती है, वो सितारों में अकेला, मैं हजारों मेंअकेला।


ना जाने किस रैन बसेरो की तलाश है इस चाँद को, रात भर बिना कम्बल भटकता रहता है इन सर्द रातो में।


उस बेवफा ने साथ क्या छोड़ा, चांदनी भी बनकर धूप सताने लगी।


सारी रात गुजारी हमने इसी इन्तजार में की, अब तो चाँद निकलेगा आधी रात में।


चांदनी रात में तारों का साथ है, तू नहीं है तो क्या तेरी हर याद मेरे साथ है


Kitna Hasin Chand Sa Chehra Hai,
Uspe Shabab Ka Rang Gehra Hai,
Khuda Ko Yakeen Na Tha Wafa Pe,
Tabhi Chand Pe Taaro Ka Pehra Hai.

कितना हसीन चाँद सा चेहरा है,
उसपे शबाब का रंग गहरा है,
खुदा को यकीन न था वफ़ा पे,
तभी चाँद पे तारों का पहरा है।


आज तो अपने प्यार का जादू चला ही दो हम पर, देखो फलक में आज चांद भी पूरा है।


खूबसूरत गज़ल जैसा है तेरा चाँद सा चेहरा, निगाहे शेर पढ़ती हैं तो लब इरशाद करते है।


चाँद की खूबसूरती पर एक पहरा दिख रहा है, आज मुझे चाँद में महबूब का चेहरा दिख रहा है।


बेचैन इस क़दर था कि सोया न रात भर, पलकों से लिख रहा था तेरा नाम चाँद पर।


Patthar Ki Duniya Jazbaat Nahi Samjhati,
Dil Mein Kya Hai Wo Baat Nahi Samajhati,
Tanha Toh Chaand Bhi Sitaaron Ke Bheech Mein Hai,
Par Chaand Ka Dard Wo Raat Nahi Samjhati.

पत्थर की दुनिया जज़्बात नहीं समझती,
दिल में क्या है वो बात नहीं समझती,
तनहा तो चाँद भी सितारों के बीच में है,
पर चाँद का दर्द वो रात नहीं समझती।


Patthar Ki Duniya Jazbaat Nahi Samjhati,
Dil Mein Kya Hai Wo Baat Nahi Samajhati,
Tanha Toh Chaand Bhi Sitaaron Ke Bheech Mein Hai,
Par Chaand Ka Dard Wo Raat Nahi Samjhati.

पत्थर की दुनिया जज़्बात नहीं समझती,
दिल में क्या है वो बात नहीं समझती,
तनहा तो चाँद भी सितारों के बीच में है,
पर चाँद का दर्द वो रात नहीं समझती।


Pehli Baar Najron Ne Chaand Bolte Dekha,
Hum Jawab Kya Dete Kho Gaye Sawalon Mein.

पहली बार नज़रों ने चाँद बोलते देखा,
हम जवाब क्या देते खो गए सवालों में


रौशनी चाँद की होती है, मचलना दिल को पड़ता है, जो तेरी याद आती है सम्भलना दिल को पड़ता है।


चाँद तो अपनी चाँदनी को ही निहारता है, उसे कहाँ खबर कोई चकोर प्यासा रह जाता है।


मोहब्बत थी तो चाँद अच्छा था, उतर गई तो दाग भी दिखने लगे।


चाँद का क्या कसूर, अगर रात बेवफ़ा निकली, कुछ पल ठहरी और फिर चल निकली, उन से क्या कहे वो तो सच्चे थे शायद हमारी तकदीर ही हमसे खफा निकली।


Chaand Ko Dekho Kitna Milta-Julta Hai Hum Dono Se,
Tujh Jaisa Haseen Aur Mujh Jaisa Tanha.

चाँद को देखो कितना मिलता-जुलता है हम दोनों से,
तुझ जैसा हसीं और मुझ जैसा तनहा।


Huaa Tha Shor Pichhli Raat Ko Do Chaand Nikle The,
Batao Kya Jarurat Thi Tumhein Chhat Par Tahelne Ki.

हुआ था शोर पिछली रात को दो चाँद निकले थे,
बताओ क्या जरूरत थी तुम्हें छत पर टहलने की।


Tu Apni Nigahon Se Na Dekh Khud Ko
Chamakta Heera Bhi Tujhe Patthar Lagega,
Sab Kehte Honge Chand Ka Tukda Hai Tu,
Meri Nazar Se Chand Tera Tukda Lagega.

तू अपनी निगाहों से न देख खुद को,
चमकता हीरा भी तुझे पत्थर लगेगा,
सब कहते होंगे चाँद का टुकड़ा है तू,
मेरी नजर से चाँद तेरा टुकड़ा लगेगा।


दमक तो सकते है हम भी गैरों की चमक चुराके, मगर उधार की रोशनी का चाँद बनना हमें मंजूर नहीं।


तेरी बेवफाई के किस्से सुन ये चांद भी हर रात घटता गया, जब हो गई इंतहा, तो वो भी अमावस को मुझे तन्हा कर गया।


मेरा और उस चाँद का मुकद्दर एक जैसा हैं, वो तारों में तन्हा हैं और मैं हजारों में तन्हा।


न चांद की चाह न फलक का इंतजार हैं, कैसे कहूं मुझे बस तुझसे ही प्यार है।


उसकी तो मोहब्बत भी चांद की तरह थी, पहले पूरी थी, फिर दिन-ब-दिन घटने लगी।


तुम सुबह का चाँद बन जाओ, मैं सांझ का सूरज हो जाऊँ, मिलें हम-तुम यूँ भी कभी, तुम मैं हो जाओ, मैं तुम हो जाऊँ।

Tum Subah Ka Chand Ban Jaao, Main Shanjh Ka Suraj Ho Jau, Mile Ham-Tum Yu Kabhi, Tum Main Ho Jaun, Mai Tum Ho Jaao


Ik Adaa Aapki Dil Churane Ki,
Ik Adaa Aapki Dil Mein Bas Jaane Ki,
Chehra Aapka Chand Sa Aur Ek,
Hasrat Humari Uss Chand Ko Paane Ki.

इक अदा आपकी दिल चुराने की,
इक अदा आपकी दिल में बस जाने की,
चेहरा आपका चाँद सा और एक
हसरत हमारी उस चाँद को पाने की।


Kyun Meri Tarah Raaton Ko Rahta Hai Pareshaan,
Ai Chaand Bata Kis Se Teri Aankh Ladi Hai.

क्यूँ मेरी तरह रातों को रहता है परेशाँ,
ऐ चाँद बता किस से तेरी आँख लड़ी है।


Kitna Hasin Chand Sa Chehra Hai,
Uspe Shabab Ka Rang Gehra Hai,
Khuda Ko Yakeen Na Tha Wafa Pe,
Tabhi Chand Pe Taaro Ka Pehra Hai.

कितना हसीन चाँद सा चेहरा है,
उसपे शबाब का रंग गहरा है,
खुदा को यकीन न था वफ़ा पे,
तभी चाँद पे तारों का पहरा है।


Tu Apni Nigahon Se Na Dekh Khud Ko
Chamakta Heera Bhi Tujhe Patthar Lagega,
Sab Kehte Honge Chand Ka Tukda Hai Tu,
Meri Nazar Se Chand Tera Tukda Lagega.

तू अपनी निगाहों से न देख खुद को,
चमकता हीरा भी तुझे पत्थर लगेगा,
सब कहते होंगे चाँद का टुकड़ा है तू,
मेरी नजर से चाँद तेरा टुकड़ा लगेगा।


इसी कशमकश में ये रात गुजर जाए, मैं चांद देखने निकलूं और वो बादलों में छिप जाए।


लोग पूछते हैं कि हम चांद को यूं बार-बार देखते क्यों हैं, अब उन्हें कौन समझाए की चांद में हमें महबूब नजर आता है।


Ik Adaa Aapki Dil Churane Ki,
Ik Adaa Aapki Dil Mein Bas Jaane Ki,
Chehra Aapka Chand Sa Aur Ek,
Hasrat Humari Uss Chand Ko Paane Ki.

इक अदा आपकी दिल चुराने की,
इक अदा आपकी दिल में बस जाने की,
चेहरा आपका चाँद सा और एक
हसरत हमारी उस चाँद को पाने की।


Muntazir Hoon Ke Sitaaron Ki Jara Aankh Lage,
Chaand Ko Chhat Pe Bula Lunga Ishaara Kar Ke.


मुन्तज़िर हूँ कि सितारों की जरा आँख लगे,
चाँद को छत पे बुला लूँगा इशारा करके।


हाल-ए-दिल की दास्तां सुनाता किसे, सो चुके थे चांद तारे भी फिर चांदनी लाता कहां से।


तस्वीर बना कर तेरी आस्मां पे टांग आया हूँ, और लोग पूछते हैं आज चाँद इतना बेदाग़ कैसे है।


ऐ सनम जिसने तुझे चाँद सी सूरत दी है, उस ही मालिक ने मुझे भी तो मोहब्बत दी है।


Raat Bhar Aasmaan Mein Hum Chaand Dhoondte Rahe,
Chaand Chupke Se Mere Aangan Mein Utar Aaya.

रात भर आसमां में हम चाँद ढूढ़ते रहे,
चाँद चुपके से मेरे आँगन में उतर आया।


Aye Chaand Mujhe Bata Tu Mera Kya Lagta Hai,
Kyu Mere Saath Sari Raat Jaga Karta Hai,
Main Toh Ban Baitha Hu Diwana Unke Pyaar Mein,
Kya Tu Bhi Kisi Se Bepanah Mohabbat Karta Hai.

ऐ चाँद मुझे बता तू मेरा क्या लगता है,
क्यूँ मेरे साथ सारी रात जगा करता है,
मैं तो बन बैठा हूँ दीवाना उनके प्यार में,
क्या तू भी किसी से बेपनाह मोहब्बत करता है।

Dhudhta Hun Main Jab Apni Hi Khamoshi Ko,
Mujhe Kuchh Kaam Nahi Duniya Ki Baaton Se,
Aasman De Na Saka Chaand Apne Daaman Ka,
Maangti Reh Gayi Dharti Kayi Raaton Se.

ढूँढता हूँ मैं जब अपनी ही खामोशी को,
मुझे कुछ काम नहीं दुनिया की बातों से,
आसमाँ दे न सका चाँद अपने दामन का,
माँगती रह गई धरती कई रातों से।


आ गए हो मिलने हमसे, तो जी भरकर बातें कर लो, आता कहां है रोज-रोज तुम जैसा पूरा चांद आंगन में।


जन्नत क्या होती है मुझे नहीं मालूम, लेकिन पूरे चांद की रात में तुझे देखना, मुझे जन्नत के करीब ले जाता है।


चाँद को देखूँ तो तेरा चेहरा नजर आता है, मैं इश्क़ में हूँ इतना तो मुझे समझ में आता है।


Tujhko Dekha Toh Fir Usko Na Dekha Maine,
Chaand Kahta Rah Gaya Main Chaand Hoon, Main Chaand Hoon.

तुझको देखा तो फिर उसको ना देखा मैं,
चाँद कहता रह गया मैं चाँद हूँ मैं चाँद हूँ।


Tu Apni Nigahon Se Na Dekh Khud Ko
Chamakta Heera Bhi Tujhe Patthar Lagega,
Sab Kehte Honge Chand Ka Tukda Hai Tu,
Meri Nazar Se Chand Tera Tukda Lagega.

तू अपनी निगाहों से न देख खुद को,
चमकता हीरा भी तुझे पत्थर लगेगा,
सब कहते होंगे चाँद का टुकड़ा है तू,
मेरी नजर से चाँद तेरा टुकड़ा लगेगा।


वो पलकें झुकाकर अक्सर यूं शर्माते हैं, जब हम उन्हें प्यार से चांद कहकर बुलाते हैं।


चाँद तारो की कसम खाता हूँ, मैं बहारों की कसम खाता हूँ, कोई आप जैसा नज़र नहीं आया, मैं नजारों की कसम खाता हूँ।


निगाहें हम दोनों की चाँद की खूबसूरती पर थी, उनकी आसमान वाले पर और हमारी उन पर।


Ik Adaa Aapki Dil Churane Ki,
Ik Adaa Aapki Dil Mein Bas Jaane Ki,
Chehra Aapka Chand Sa Aur Ek,
Hasrat Humari Uss Chand Ko Paane Ki.

इक अदा आपकी दिल चुराने की,
इक अदा आपकी दिल में बस जाने की,
चेहरा आपका चाँद सा और एक
हसरत हमारी उस चाँद को पाने की।


तू चाँद और मैं सितारा होता, आसमान में एक आशियाना हमारा होता, लोग तुम्हे दूर से देखते,नज़दीक़ से देखने का, हक़ बस हमारा होता।


रात भर तेरी तारीफ़ करता रहा चाँद से, चाँद इतना जला, कि सूरज हो गया।


इन आँखों को जब तेरे चाँद जैसे चेहरे का, दीदार हो जाता है, सच कहू ,वो दिन कोई सा भी हो लेकिन त्यौहार हो जाता है।


चाँद से प्यारी चादनी, चादनी से प्यारी रात, रात से प्यारी ज़िन्दगी, ज़िन्दगी से प्यारे आप ।


Aaj Tootega Guroor Chaand Ka Tum Dekhna Yaaro,
Aaj Maine Unhein Chhat Pe Bula Rakha Hai.

आज टूटेगा गुरूर चाँद का तुम देखना यारो,
आज मैंने उन्हें छत पर बुला रखा है।


Aye Chaand Mujhe Bata Tu Mera Kya Lagta Hai,
Kyu Mere Saath Sari Raat Jaga Karta Hai,
Main Toh Ban Baitha Hu Diwana Unke Pyaar Mein,
Kya Tu Bhi Kisi Se Bepanah Mohabbat Karta Hai.

ऐ चाँद मुझे बता तू मेरा क्या लगता है,
क्यूँ मेरे साथ सारी रात जगा करता है,
मैं तो बन बैठा हूँ दीवाना उनके प्यार में,
क्या तू भी किसी से बेपनाह मोहब्बत करता है।


Dhudhta Hun Main Jab Apni Hi Khamoshi Ko,
Mujhe Kuchh Kaam Nahi Duniya Ki Baaton Se,
Aasman De Na Saka Chaand Apne Daaman Ka,
Maangti Reh Gayi Dharti Kayi Raaton Se.

ढूँढता हूँ मैं जब अपनी ही खामोशी को,
मुझे कुछ काम नहीं दुनिया की बातों से,
आसमाँ दे न सका चाँद अपने दामन का,
माँगती रह गई धरती कई रातों से।


आज ये पूरा चांद आसमां में चमक रहा है, लगता है इसे भी इजहार-ए-मोहब्बत हुआ है।


रात में एक टूटता तारा देखा बिलकुल मेरे जैसा था, चाँद को कोई फर्क नहीं पड़ा बिलकुल तेरे जैसा था।


चांद पर थोड़ा गुरूर हम भी कर लें, पर मेरी नजरें पहले महबूब से तो हटें।


कुछ वो कोरे से हैं, कुछ मैं सादा सा, जैसे एक ही आसमां में दो चांद हों आधा-आधा सा।


चांद से तो हर किसी को प्यार है, मैं खुशनसीब हूं कि चांद को मुझसे प्यार है


दोस्तो इस पोस्ट में मैने आपके लिए Chaand Shayari Hindi में प्रस्तुत किया है। आशा करता हु आपको यह चांद शायरी हिंदी में जरूर पसंद आई होगी।