Intezar Shayari In Hindi For Girlfriend | intezar Shayari 2 line

Intezar Shayari In Hindi For Girlfriend | intezar Shayari 2 line



intezar Shayari 2 line in hindi

इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है,खामोशियों की अब आदत हो गयी है


कभी खुशी से खुशी के तरफ नहीं देखा।
तेरे जाने के बाद किसी और को नहीं देखा।
तेरा इंतजार करना तो है लिजिम।
इसलिए कभी हमने घड़ी की तरफ नहीं देखा।



क्यों खुद को बेकरार किये जा रहे है किस बेवफा को प्यार किये जा रहे है आया जो ना सनम कभी और ना आएगा फिर कभी क्यों उसका इंतजार हम मुद्दत से किये जा रहे है



उनका वादा है कि वो लौट आयेंगे,
इसी उम्मीद पर हम जिये जायेंगे,
ये इतंजार भी उन्ही की तरह प्यारा है,
कर रहे थे कर रहे हैं और किये जायेंगे।


खबर नहीं मुझे यह जिन्दगी कहाँ ले जाए; कहीं ठहर के मेरा इंतज़ार मत करना



ऐ मौत उन्हें भुलाए ज़माने गुजर गए,
आ जा कि ज़हर खाए ज़माने गुजर गए,
ओ जाने वाले आ कि तेरे इंतजार में,
रास्ते को घर बनाए ज़माने गुजर गए।

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intezar Shayari 2 line in hindi

आँखें जो उठाए तो मोहब्बत का गुमाँ होनज़रों को झुकाए तो शिकायत सी लगे है


हम तो आपसे पलकें बिछा कर प्यार करते हैं ।
ये वो गुनाह हैं जो हम बार बार करते हैं।
दिल से ख्वाहिशो केई चिराग जलाकर।
हम सुबहो शाम तेरे मिलने का इंतजार करते हैं।



प्यार बहुत है तुमसे  मगर इजहार नहीं करते मेरी ख़ामोशी से ये ना समझना की तुमसे प्यार नहीं करते मेरी आँखे तो हर लम्हा तुम्हारी राह देखती है और तुम कहती हो हम इंतजार नहीं करते



ख़्वाबों में जीने की जब आदत पड़ जाती है,
हक़ीक़त की दुनिया तब बे-रंग नज़र आती है,
कोई इंतज़ार करता है मोहब्बत का,
तो किसी की मोहब्बत इंतज़ार बन जाती है।



कभी किसी का जो होता था इंतज़ार हमे बड़ा ही शाम-ओ-सहर का हिसाब रखते थे.



दिन भर भटकते रहते हैं अरमान तुझसे मिलने के,
न ये दिल ठहरता है न तेरा इंतज़ार रुकता है।


Intezaar Shayari in Hindi for Girlfriend

उम्मीदों के शहरे जिए जा रहे है, तेरे नाम होठों पे लिए जा रहे है, एक वो है जो आने का नाम नहीं लेती, एक हम है कि इंतज़ार किये जा रहे है.



अरमान था तेरे साथ ज़िन्दगी बिताने का,
शिकवा हैं खुद से खामोश रह जाने का,
दीवानगी इससे बढ़ कर और क्या होगी,
आज भी इंतजार हैं तेरे आने का,



मरने के बाद भी मेरी आँखें खुली रहे आदत जो पर गयी थी तेरे इंतजार की


तेरे बिना कैसे मेरी गुजरेंगी ये रातें,
तन्हाई का गम कैसे सहेंगी ये रातें,
बहुत लम्बी है ये घड़ियाँ इंतज़ार की,
करबट बदल-बदल कर काटेंगी ये रातें।


intezar Shayari hindi

दिल टूट गया पर अरमान वही हैं  रहते हो दूर फिर भी प्यार वही हैं  हम जानते हैं तुम मिल ना पाओगे हमें. फिर भी कम्बखत, इस आँखों को इंतज़ार अब भी हैं.



किन लफ्जों में लिखूँ मैं अपने इंतज़ार को तुम्हें,
बेजुबां है इश्क़ मेरा ढूंढ़ता है खामोशी से तुझे।


कटते किसी तरह से नहीं हाए क्या करूँदिन हो गए पहाड़ मुझे इंतिज़ार के



इंतजार हमारा करे कोई मंजिल हमारी बने कोई।
दिल की यह आरजू हैं हमारे दिल में आके रहे कोई।



पलको से ये आंखे सवाल करती हैं, वक़्त बे वक़्त तुम्हे याद करती हैं देख न ले ये आंखे तुम्हे तबतक,  ये हर घडी तुम्हारा इंतज़ार करती हैं.


intezar Shayari 2 line

इंतजार तो बहुत था हमें लेकिन आये ना वो कभी हम तो बिन भुलाये ही आ जाते अगर होता उन्हें भी इंतजार कभी



नादान इनकी बातो का एतबार ना कर,
भूलकर भी इन जालिमो से प्यार ना कर,
वो क़यामत तक तेरे पास ना आयेंगे,
इनके आने का तू इन्तजार ना कर।



उदास सी उन आँखों में करार आज देखा हैं आज पहली बार उनको उदास आज देखा हैं. मेरे आने की जिसको खबर ना थी  आज उन आँखों में इंतज़ार आज देखा हैं



आँखों ने जर्रे-जर्रे पर सजदे लुटाये हैं,
क्या जाने जा छुपा मेरा पर्दानशीं कहाँ।



ओ जाने वाले आ कि तिरे इंतिज़ार मेंरस्ते को घर बनाए ज़माने गुज़र गए


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इक रात वो गया था जहाँ बात रोक के,
अब तक रुका हुआ हूँ वही रात रोक के,
एक उम्र कट गई हैं तेरे इंतजार में,
ऐसे भी है कि कट ना सकी जिन से एक रात,



इंतजार रहता हर शाम तेरा यादें कटती है ले-ले कर नाम तेरा मुद्दत से बैठे है ये आस पाले दिल में की आज आएगा कोई लेकर पैगाम तेरा



इंतज़ार तो बहुत था हमें,
लेकिन आये ना वो कभी,
हम तो बिन बुलाये ही आ जाते,
अगर होता उन्हें भी इंतज़ार कभी।



उसकी दर्द भरी आँखों ने जिस जगह कहा था अलविदा आज भी वही खड़ा है दिल उसके आने के इंतजार में.



हर आहट पर साँसें लेने लगता है,
इंतज़ार भी भला कभी मरता है।



ये जो पत्थर है आदमी था कभी,
इस को कहते हैं इंतज़ार मियां।



दिल में इंतज़ार की लकीर छोड़ जायेंगे, आँखों में यादों की नमी छोड़ जायेंगे, ढूंढ़ते फिरोगे हमें एक दिन, जिंदगी में एक यार की कमी छोड़ जायेंगे.



बदलना आता नहीं हमे मैसम कि तरह,
हर एक रुत में तेरा इंतजार करते हैं,
ना तुम समझ सकोगे जिसे कयामत तक,
कसम तुम्हारी तुम्हें इतना प्यार करते हैं,



रूठी हुई आँखों में इंतजार होता है ना चाहते हुए भी प्यार होता है क्यों देखते है हम वो सपने जिनके टूटने पर भी उनके सच होने का इंतजार होता है


Intezaar Shayari in Hindi for Girlfriend

चाँद सितारों से तेरी बात करते हैं,
तनहाईयों में तुझे याद करते हैं,
तुम आओ या ना आओ मर्ज़ी तुम्हारी,
हम तो हरपल तुम्हारा इंतजार करते हैं।


जी भर गया है तो बता दो  हमें इनकार पसंद है  इंतजार नहीं.


हालात कह रहे हैं मुलाकात नहीं मुमकिन,
उम्मीद कह रही है थोड़ा इंतज़ार कर



रंग रंग तेरी मौजूदगी का मोहताज है,तेरे बगैर ये दुनियाँ बेरंग सी लगती है



कभी तो चौक के देखे कोई हमारी तरफ,
किसी कि आँखो में हमको भी कोई इंतजार देखे,



मैं इतंजार का क़ायल ना था मगर तुमने लगा दिया मुझे दीवार से घड़ी की तरह



वफ़ा में अब ये हुनर इख़्तियार करना है वो सच कहे ना कहे ऐतबार करना है ये तुझको जागते रहने का शौक कब से हुआ मुझे तो खैर तेरा इंतजार करना है



जान से भी ज्यादा उन्हें प्यार किया करते थे,
याद उन्हे दिन रात किया करते थे,
अब उन राहों से गुजरा नही जाता,
जहाँ बैठ कर उनका इंतज़ार किया करते थे



यकीन ही उठ गया, इस राह को अब तो छोड़ दे ग़ालिब. मगर इश्क में रिवाज हो गया कि , इन्तजार कयामत तक होता है.



आँखें रहेंगीं शाम-ओ-शहर मुन्तज़िर तेरी,
आँखों को सौंप देंगे तेरा इंतज़ार हम।



आँखों के इंतज़ार का दे कर हुनर चला गया,
चाहा था एक शख़्स को जाने किधर चला गया,
दिन की वो महफिलें गईं रातों के रतजगे गए,
कोई समेट कर मेरे शाम-ओ-सहर चला गया।



ख़्वाब सजाकर उसका इंतज़ार करता रहा मैं…इसी तरह एक बेवफ़ा से प्यार करता रहा मैं



ऐ हवा उनको दे दो खबर उनको मेरी मैत कि,
और कहना कि कफन कि ख़्वाहिश में मेरी लाश,
उनके आचँल का इंतजार करती हैं,



हर घड़ी अब उनकी आवाज़ सुनने को बेकरार रहते हैं, शायद इसी को दुनिया में प्यार कहते हैं, काटने से भी जो ना कटे वक्त, उसी को मोहब्बत में इंतज़ार कहते हैं.



उसकी दर्द भरी आँखों ने जिस जगह कहा था अलविदा आज भी वही खड़ा है दिल उसके आने के इंतजार में



तुझे देखना चाहती हूँ हर पल,
शायद तुझसे बहुत प्यार करती हूँ,
कल तक तो तुझे जानती भी न थी,
आज तेरा इंतज़ार करती हूँ।



बस एक छोटी सी हाँ कर दो हमारे नाम इस तरह सारा जहाँ कर दो वो मोहब्बतें जो तुम्हारे दिल में है उनको जुबान पर लाओ और बयां कर दो



भले ही राह चलतों का दामन थाम ले,
मगर मेरे प्यार को भी तू पहचान ले,
कितना इंतज़ार किया है तेरे इश्क़ में,
ज़रा यह दिल की बेताबी तू भी जान ले।



तड़पती है आज भी रूह आधी रात को,
निकल पड़ते हैं आँख से आँसू आधी रात को,
इंतज़ार में तेरे वर्षों बीत गए सनम मेरे,
दिल को है आस आएगी तू आधी रात को



उसकी मोहब्बत पे मेरा हक़ तो नहीं लेकिन, दिल करता है के उम्र भर उसकी इंतज़ार करूँ.


मेरे दिल की उम्मीदों का हौसला तो देखो,
इंतज़ार उसका है जिसे मेरा एहसास तक नहीं।



हालात कह रहे है., के अब मुलाक़ात नहीं होगी…..उम्मीद कह रही हैं…, ज़रा इन्तेज़ार कर



करीब रहो तो इतना कि रिश्तो में प्यार रहे,
दुर भी रहो इतना कि आने का इंतजार रहे,
रखो उम्मीद रिश्तो कि दरमिया इतनी,
कि टूट जाए उम्मीद पर रिश्ते बरक़रार रहे,



रात दिन रुलाता है इंतजार तेरा कट गयी उम्र लेकिन कम ना हुआ प्यार तेरा अब तो आ जाओ की बहुत उदास है ये दिल सांसो की ही तरह लाज़मी है दीदार तेरा



जिस के इक़रार का इंतज़ार था मुझे,
जाने क्यों उस से इतना प्यार था मुझे,
ऐ ख़ुदा आ ही गया वो हसीं पल,
जब उसने कहा तुमसे बहुत प्यार है मुझे।




तुम लौट के आओगे हम से मिलने,
रोज दिल को बहलाने की आदत हो गयी,
तेरे वादे पर क्या भरोसा किया,
हर शाम तेरा इंतज़ार करने की आदत हो गयी।



यूँ पलके बिछा कर तेरा इंतज़ार करते है, यह वो गुनाह है जो हम बार बार करते है.



जान देने का कहा मैंने तो हँसकर बोले,
तुम सलामत रहो हर रोज के मरने वाले,
आखिरी वक़्त भी पूरा न किया वादा-ए-वस्ल,
आप आते ही रहे मर गये मरने वाले।



फासला मिटा कर आपस में प्यार रखना,
हमारा यह रिश्ता हमेशा बरकरार रखना,
बिछड़ जाएं कभी आप से हम,
आँखों में हमेशा मेरा इंतज़ार रखना।



फिजाओ का बदलने का इंतजार मत कर।
आँधियो का रुकने का इंतजार मत कर।
पकर किसी को और फरार हो जा।
पापा कि पसंद का इंतजार मत कर।



कभी किसी का जो होता था इंतजार हमें बड़ा ही शाम -ओ -शहर का हिसाब रखते थे .



तुम लौट के आओगे हम से मिलने,
रोज दिल को बहलाने की आदत हो गयी,
तेरे वादे पर क्या भरोसा किया,
हर शाम तेरा इंतज़ार करने की आदत हो गयी।



चले भी आओ हम तुमसे प्यार करते हैं, सुनो ना ये वो गुनाह हैं, जिसे हम हर बार करते  हैं, लोग दीदार की राह मौत तक ही देखते हैं, एक हम हैं की , कब्र में भी तेरा इंतज़ार करते  हैं.



बस यूँ ही उम्मीद दिलाते हैं ज़माने वाले,
कब लौट के आते हैं छोड़ कर जाने वाले।



हालात कह रहे हैं मुलाकात नहीं मुमकिन,उम्मीद कह रही है थोड़ा इंतज़ार कर।



याद करे या ना करे मेरी खुशी।
हम तो तुम्हें याद करते रहते हैं।
तुझे देखने को दिल तरसता हैं।
हम तो इंतजार करते रहते हैं।



जो चिराग सारे बुझा चुके उन्हें इंतजार कहाँ रहा ये सुकून का दौर-ऐ शदीद है कोई बेक़रार कहाँ रहा



उस नज़र को मत देखो,
जो आपको देखने से इनकार करती है,
दुनियां की भीड़ में उस नज़र को देखो,
जो सिर्फ आपका इंतजार करती है।



हकीकत में जीना जब आदत बन जाती है, ख्वाबों की दुनिया बेरंग नज़र आती है, कोई इंतज़ार करता है ज़िन्दगी के लिए, और किसी की ज़िन्दगी इंतज़ार बन जाती है.



किश्तों में खुदकुशी कर रही है ये जिन्दगी इंतज़ार तेरा…मुझे पूरा मरने भी नहीं देता.


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रात भर जागते रहने का सिला है शायद,
तेरी तस्वीर सी महताब में आ जाती है।



ऐसी क्या कशिश है..... तेरे दीदार में हर रात जागना पड़ता है ...सुबह के इंतजार में..!


intezar Shayari 2 lines

किसी ने मोहब्बत लिखी तो किसी ने करार लिखाहमने अपने हर एक शेर में बस तेरा इंतजार लिखा...



मत इंतजार करवाओ हमसे इतना कि वक़्त के,
फैसलो पे तुम्हें भी अफसोस हो जाए,
क्या पता तुम बात करने आओ और तब तक,
हमारी रुह ही खामोश हो जाए,



बस एक बार कर के ऐतबार लिख दो कितना है प्यार मुझसे लिख दो कटी नहीं अब ये ज़िंदगी बिन तेरे और कितना करूँ मैं इंतजार लिख दो